
anupama written update
20 अगस्त 2024 को प्रसारित अनुपमा के आज के एपिसोड में, कहानी दर्शकों को गहन नाटक और भावनात्मक क्षणों के साथ आकर्षित करती है। यह एपिसोड जटिल पारिवारिक गतिशीलता और दिल को छू लेने वाली बातचीत को दर्शाता है जो इसे अवश्य देखने लायक बनाता है। आज के एपिसोड का विस्तृत लिखित अपडेट यहां दिया गया है:
अनुपमा लिखित अपडेट: इंद्र और नंदिता की बातचीत मजेदार है
इंद्र नंदिता से पूछता है कि क्या उसे थकान महसूस हुई। नंदिता जवाब देती है कि उसे थकान महसूस नहीं हुई क्योंकि हमने बहुत अच्छी मेजबानी की और सभी को अनुदी का खाना पसंद आया। इंद्र कहता है कि अनु का खाना बहुत स्वादिष्ट है। अनुपमा भगवान का शुक्रिया अदा करती है और प्रार्थना करती है। बाबू जी पूछते हैं कि क्या वनराज और लीला आए थे। अनुपमा जवाब देती है हाँ। बाबू जी पूछते हैं कि क्या कुछ हुआ? अनुपमा कहती है कि जो कुछ भी हुआ उसे संभाल लिया गया है। फिर वह कहती है कि उसे सागर के लिए ताला बंद रखना है। नंदिता कहती है कि उसे नहीं पता था, सागर काम पर जाने वाला था। अनुपमा बताती है कि शायद वह कहीं फंस गया होगा।
अनुपमा लिखित अपडेट 20 अगस्त 2024: मीनू और सागर की बातचीत मीठी है
मीनू सागर से पूछती है कि उसने उससे बात न करने के लिए क्यों कहा। वह कहती है कि सागर ने उसके साथ बदतमीजी की। मीनू कहती है, “मैं तुमसे बात करना चाहती हूँ।” दोनों बात करते हैं। मीनू पूछती है कि सागर उससे क्यों भाग रहा है। सागर कहता है कि उन्हें दोस्त बनने का कोई अधिकार नहीं है। मीनू कहती है कि उसे तुम पसंद हो, लेकिन सागर नहीं।
वनराज कहता है कि अनुपमा हमेशा की तरह ही करती है। तोषु पूछता है कि अनुपमा उनके लिए क्या कर सकती है। किंजल पूछती है कि मीनू कहाँ है और रस्सी बाँधने की बात करती है। अंश कहता है कि मीनू चली गई। वनराज पूछता है कि उसे अनुमति किसने दी? पाखी कहती है कि भाभी को पता था। किंजल कहती है कि मुझे नहीं पता। वनराज तोषु से उसे फ़ोन करने के लिए कहता है।
अनुपमा लिखित अपडेट आज: मीनू की भावनाएँ
मीनू सागर के साथ अपनी भावनाएँ साझा करती है। वह कहती है कि उसे अच्छा लगता है जब सागर उसकी लड़ाई लड़ता है, अपनी कार में बैठता है, और उसके साथ अधिक समय बिताता है। वह कहती है कि वह जानती है कि मामा नाराज़ होंगे और मामी चिंतित होंगी। लेकिन उसके मन में सागर के लिए भावनाएँ हैं और वह चाहती है कि सागर अपनी भावनाओं को स्पष्ट करे ताकि वह समाधान पा सके। वनराज कॉल करता है, लेकिन फ़ोन बजता है। पाखी कहती है कि मीनू ऑटो ड्राइवर से मिलने गई होगी। वनराज मीनू को डांटता है। उसे मैसेज मिलता है कि मीनू ने कॉफी शॉप में उसका कार्ड स्वाइप किया है और वह तोशु से मदद मांगती है।
बाला को राखी बांधने के लिए दी जाती है। बाला कहता है कि सागर के बिना जश्न नहीं हो सकता। इंद्र कहता है कि वह तुम्हारी मुस्कान से डर गया। अनुपमा कहती है कि जब तुम थक जाओगी तब हम आएंगे। बाबू जी अनुपमा से कहते हैं कि वह ऑफिस जा रहे हैं। अनुपमा अपनी गलती के लिए माफी मांगती है।
अनुपमा लिखित अपडेट: वनराज और तोशु कॉफी शॉप में मिलते हैं
वनराज और तोशु कॉफी शॉप पहुंचते हैं। सागर मीनू से कहता है कि वह यह कहानी दोबारा न सुनाए और जल्दी से समस्या का समाधान करे। मीनू कहती है कि उसने सागर से उसकी भावनाओं के बारे में पूछा था, और सागर कहता है कि दोस्ती शुरू करने से पहले उन्हें इसे खत्म कर देना चाहिए। वनराज और तोशु आते हैं। मीनू कहती है कि वह अपने दोस्त से मिलने आई थी, लेकिन वह नहीं आया, इसलिए वह कॉफी लेकर आ रही थी। सागर कहता है कि अच्छा हुआ कि वह उनसे मिलने नहीं आया, वरना कोई उसकी मदद नहीं कर सकता था।
अनुपमा लिखित अपडेट 20 अगस्त 2024: राखी बंधन और पारिवारिक भावनाएँ
पाखी और मीनू तोशु को राखी बाँधती हैं। मीनू तोशु को बता रही है कि ये पाँचों उपहार एक साथ हैं। मीनू टीटू से राखी बाँधने के लिए कह रही है। टीटू पूछता है कि तुम्हें क्या उपहार चाहिए। मीनू कहती है कि यह तुम्हारे परिवार के लिए उपहार है। बा कहती है कि बाबू जी यहाँ नहीं हैं, शायद वे आश्रम उत्सव मनाने गए हैं।
इंद्र बाबू जी को बंद कर देता है। बाबू जी कहते हैं कि उनके पास ज़्यादा पैसे नहीं हैं और वे कुछ दे देंगे। फिर इंद्र अनुपमा को बंद कर देता है। मीनू वनराज से कह रही है कि वह मम्मी के लिए दरवाज़ा बंद कर देगी। मीनू वनराज को बंद कर देती है। किंजल बा से कह रही है कि कोई समस्या नहीं है। बा पुष्टि करती है। इंद्र कहता है कि तुम सबके रक्षक हो। अनुपमा उसे धन्यवाद देती है।
वनराज मीनू से पूछता है कि उसे क्या चाहिए। मीनू कह रही है कि अगर उसे वह मिल जाए जो वह चाहती है। वनराज कहता है कि उससे पूछो। मीनू कहती है कि जब भी मुझे किसी चीज़ की ज़रूरत होगी मैं माँग लूँगी। वनराज कहता है पूछो और सोचो।
अनुपमा लिखित अपडेट: अनुज और सागर का बंधन
नंदिता अनुज को मिठाई खिलाती है और उसे राखी बांधती है। अनुज कहता है कि उसने कभी नहीं सोचा था कि नंदिता उसे राखी बांधेगी। उसने कुछ भी नहीं खरीदा। नंदिता उसका हाथ पकड़ती है और प्रार्थना करती है। सागर आता है। बाला कहता है कि उसे खुद का बलिदान देना पड़ा। अनुपमा सागर को जाने देती है और उससे पूछती है कि क्या हुआ और उसे राखी बांधती है। सागर क्रोधित हो जाता है। अनुपमा कहती है कि जब तुम झूठ बोलते हो, तो पकड़े जाते हो। सागर उसे पैसे देता है और अनुपमा उसकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है।
अनुपमा तय करती है कि वह सागर से बाद में बात करेगी। वह अनुज के पास जाती है। अनुज कहता है